आधा से पौन घंटा घटेगा काशी-महाकाल एक्सप्रेस का समय

आधा से पौन घंटा घटेगा काशी-महाकाल एक्सप्रेस का समय


इंदौर । वाराणसी से इंदौर के बीच चल रही काशी-महाकाल हमसफर एक्सप्रेस का समय आगामी एक-दो महीने में आधा से पौन घंटा तक कम होगा। अभी यह ट्रेन देवास होते हुए उज्जैन जाती है लेकिन जल्द ही इसे इंदौर-फतेहाबाद-उज्जैन रूट से चलाया जाएगा। इसके लिए फतेहाबाद-उज्जैन के बीच बिछाई जा रही बड़ी लाइन का काम पूरा होने का इंतजार करना पड़ेगा। फतेहाबाद होकर चलने से ट्रेन को इंदौर-उज्जैन के बीच 63 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी जबकि अभी देवास होते हुए उज्जैन जाने के लिए 79 किमी लंबा सफर तय करना पड़ता है। नए रूट पर ट्रेन चलने से 16 किमी का सफर कम करना पड़ेगा। इसके अलावा फतेहाबाद-उज्जैन के बीच बड़ी लाइन बिछने से उज्जैन में इंजन रिवर्सल (आते-जाते समय इंजन की दिशा बदलना) नहीं करना पड़ेगा।


अभी इंदौर से उज्जैन होकर भोपाल या गुना होते हुए आने-जाने वाली ट्रेनों के इंजन की दिशा उज्जैन में बदलनी पड़ती है। इसमें करीब 10-15 मिनट का समय जाया होता है। अभी 82404 इंदौर-प्रयागराज-वाराणसी एक्सप्रेस को 1102 किमी की दूरी तय करने में 18 घंटे पांच मिनट, 82403 वाराणसी-प्रयागराज-इंदौर एक्सप्रेस 18 घंटे 25 मिनट, 82402 इंदौर-लखनऊ-वाराणसी एक्सप्रेस को 1131 किमी की दूरी तय करने में 19 घंटे पांच मिनट और 82401 वाराणसी-लखनऊ-इंदौर एक्सप्रेस 18 घंटे 55 मिनट का समय लेती है।


 

बोर्ड पहले ही दे चुका है मंजूरी


जब रेलवे बोर्ड ने देश की इस तीसरी निजी ट्रेन का टाइम टेबल घोषित किया था, तभी आदेश में इस बात का उल्लेख कर दिया था कि भविष्य में फतेहाबाद-उज्जैन गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट पूरा होने पर इस ट्रेन को देवास के बजाय फतेहाबाद होकर चलाया जाएगा। तकनीकी रूप से भी ट्रेन को वैकल्पिक रूट से गुजारने में समस्या नहीं है क्योंकि इंदौर से उज्जैन के बीच ट्रेन का कोई स्टॉपेज नहीं है। महाकाल एक्सप्रेस के बाद भोपाल-दुर्ग के बीच चल रही अमरकंटक एक्सप्रेस को भी फतेहाबाद होकर चलाने की तैयारी है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस ट्रेन को इंदौर तक बढ़ाया जाएगा।


अप्रैल में करने की कोशिश


 

फतेहाबाद-उज्जैन के बीच बड़ी लाइन बिछाने का काम तेजी से हो रहा है। कोशिश है कि 31 मार्च तक काम पूरा हो जाए। यदि थोड़ी देर हुई भी तो अप्रैल के पहले हफ्ते में काम पूरा कर लेंगे। इसके बाद कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) का इंस्पेक्शन करवाकर लाइन को ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा। कोशिश है कि अप्रैल से ही काशी-महाकाल एक्सप्रेस को फतेहाबाद होकर चला दिया जाए। महाकाल एक्सप्रेस फतेहाबाद-उज्जैन रूट की पहली ट्रेन होगी।