अन्य श्रेणी के भवनों में भी मिलेगा कंपाउंडिंग का फायदा

अन्य श्रेणी के भवनों में भी मिलेगा कंपाउंडिंग का फायदा


इंदौर। नगर निगम द्वारा कंपाउंडिंग का फायदा आगामी शिविरों के बाद भी दिया जाएगा। हालांकि शिविरों के जरिए फिलहाल 2400 वर्गफीट तक के आवासीय भवनों की कंपाउंडिंग होगी, लेकिन बाद में शासन द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के अनुरूप अन्य श्रेणियों के भवनों में भी इसका फायदा दिया जाएगा। जो लोग निगम के जोनों पर लगने वाले शिविरों में आवेदन नहीं कर सकेंगे, वे बाद में निगम मुख्यालय जाकर भी इस सुविधा का फायदा ले सकेंगे।


निगमायुक्त आशीष सिंह ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि हफ्तेभर में कंपाउंडिंग संबंधी शिविरों की तारीख और स्थान तय कर इस संबंध में तमाम तैयारियां कर लें। इलेक्ट्रॉनिक मोड के जरिए कंपाउंडिंग का आवेदन करते समय ऑनलाइन स्वघोषणा पत्र देना होगा। यदि स्वघोषणा पत्र में किसी तरह की जानकारी गलत मिलती है तो कंपाउंडिंग स्वतः निरस्त मानी जाएगी और संबंधित आवेदक के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। शासन स्तर से निकायों को ये स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कंपाउंडिंग प्रकरणों में स्थल जांच और परीक्षण जरूरी होगा, लेकिन किसी भी परिस्थिति में कंपाउंडिंग की अनुमति 30 दिन में जारी या अस्वीकृत होना चाहिए।


छह श्रेणियां की हैं निर्धारित


20 सितंबर 2016 को कंपाउंडिंग संबंधी दिशानिर्देश और नियमों की अधिसूचना जारी की गई थी। इसमें जिन निर्माणों को कंपाउंडिंग का फायदा दिया जाना है, उनकी छह श्रेणियां निर्धारित की गई हैं। अधिसूचना में पूरी तरह आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रयोजन, कारखाने का प्रशासनिक खंड, सिनेमा थिएटर, दुकान और निवास के लिए उपयोग किए जाने वाले भवन और सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, धर्मशाला के लिए उपयोग किए जाने वाले भवनों के लिए नियम दिए गए हैं। इन श्रेणियों में स्वीकृत फ्लोर एरिया रेशो (एफएआर) की सीमा तक और खुले पार्श्व स्थानों में निर्माण नहीं होने की स्थिति के अलावा खुले पार्श्व स्थानों में या एफएआर से ज्यादा निर्माण होने पर अलग-अलग गणना के हिसाब से कंपाउंडिंग फीस लेने का उल्लेख है।


 

आयुक्त के आदेश के बाद बनाई शिविरों की योजना


सूत्रों ने बताया कि कंपाउंडिंग के संबंध में पिछले महीने नगरीय विकास आयुक्त पी. नरहरि का आदेश आया था कि नगरीय निकाय ज्यादा से ज्यादा कंपाउंडिंग करें ताकि नागरिकों को भवन निर्माण नियमित कराने में सुविधा हो। इसी के बाद निगम ने ताबड़तोड़ तरीके से कंपाउंडिंग के लिए हर जोन में शिविर लगाने की घोषणा की है।