महिला की एक बीघा भूमि पर दबंगों ने जमाया अवैध कब्जा, अब दे रहे जान से मारने की धमकी
शिवपुरी। कोलारस तहसील के ग्राम सेसई सड़क की दलित महिला मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची। पीड़ित महिला की शिकायत थी कि ग्राम सेसई सड़क में स्थित उसकी जमीन पर गांव के दो लोगों ने न सिर्फ अवैध कब्जा जमा रखा है, वरन कब्जा छोड़ने की बात कहने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। कोलारस थाने में मामला दर्ज है। इसके बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। महिला का यह भी आरोप है कि हल्के का पटवारी उसकी जमीन का सीमांकन नहीं कर रहा है। सीमांकन के एवज में गाली-गलौज करते हुए रुपए की मांग कर रहा है। इसलिए मेरे आधिपत्य की जमीन मुझे वापस दिलाई जाए।
महिला बोली-16 साल से कर रही थी खेती
ग्राम सेसई सड़क निवासी गिन्नाी बाई पत्नी चिरोंजी जाटव ने शिकायत में बताया कि ग्राम सेसई सड़क में उसकी 0.60 हेक्टेयर जमीन स्थित है, जहां वह खुद टपरिया बनाकर निवास कर रही है। पिछले 16 सालों से कृषि कार्य कर रही है, लेकिन ग्राम के किप्पी पुत्र बंतासिंह व रामजीलाल पुत्र बाले यादव निवासी सेसई सड़क ने उसकी 0.21 हेक्टेयर यानि कि 1 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा जमा लिया है। कब्जा करने से रोकने पर उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। थाने में केस कायम होने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब पटवारी भी उसकी जमीन का सीमांकन नहीं कर रहा है।
40 साल पहले हुई थी पिता की मौत, अभी भी आ रहा बिल
जनसुनवाई में अपना आवेदन लेकर आए नारायण पुत्र नक्टू कुशवाह निवासी नोहरीखुर्द ने बताया कि उसके पिताजी के नाम से पंप का कनेक्शन था, लेकिन उसकी पिता 40 वर्ष पहले ही शांत हो चुके हैं। उसके बाद से लेकर आज तक पंप कनेक्शन का बिल आ रहा है। कई बार बिजली विभाग से भी संपर्क किया, लेकिन कनेक्शन नहीं हटाया। उसने बताया कि अब कुएं में पानी नहीं है। कई वर्षों से कुआं व बोर सूखा पड़ा है। अतः कनेक्शन को कटवा दिया जाए।
गांव के दबंगों ने रोक लिया रास्ता, खुलवाया जाए
ग्राम गोपालपुर के रहने वाले ग्रामीणों ने अधिकारियों को शिकायत करते हुए बताया कि उनके गांव के लिए जाने वाले रास्ते को हीरालाल, मातादीन, श्रीकृष्ण धाकड़ ने रोक लिया है। जब रास्ता खोलने की बात करते हैं तो जान से मारने की धमकी दी जाती है। इस संबंध में पहले भी शिकायत की, लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। स्थिति जस की तस बनी हुई है। तुरंत कार्रवाई की जाकर रास्ते को खुलवाया जाए।
दो साल से अधिक हो गए, नहीं मिला मड़खेड़ा के पेयजल परिवहन का भुगतान
ग्राम पंचायत मड़खेड़ा के ग्राम उमरई, ककरा व मडखेड़ा में पेयजल परिवहन के लिए 6 टैंकर लगाए थे। इन टैंकरों से उक्त गांवों में प्रतिदिन पेयजल की सप्लाई की गई, लेकिन दो साल बाद भी अभी तक इस पेयजल परिवहन का भुगतान नहीं किया गया है। ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव ने ग्रामीणों का पंचनामा तैयार कर प्रकरण पीएचई सब इंजीनियर को भिजवाया। इसके बाद जनपद सीईओ पोहरी के माध्यम से मांग पत्र प्रस्तुत कर कलेक्टर को भेज दिया गया, लेकिन इसके बाद भी आज तक उक्त राशि का भुगतान नहीं हुआ है। इस संबंध में मड़खेड़ा सरपंच ने जनसुनवाई में आवेदन देकर भुगतान की मांग की है।
नगर पालिका नहीं कर रही टैंकर के पानी का 70 हजार का भुगतान
शिवपुरी ब्लॉक के ग्राम सिंहनिवास निवासी इंदरसिंह रावत पुत्र कुंवरराज मंगलवार को जनसुनवाई में टैंकर के भुगतान की शिकायत लेकर पहुंचा। फरियादी इंदरसिंह की शिकायत थी कि नगर पालिका द्वारा शहर में पेयजल सप्लाई के लिए पिछले साल उसका टैंकर लगाया गया था। उसके टैंकर से पानी की सप्लाई के भुगतान के 70 हजार 602 रुपए का भुगतान नगर पालिका द्वारा नहीं किया गया है। इस संबंध में वह कई दफा नपा दफ्तर के चक्कर लगा चुका है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। फरियादी ने कलेक्टर से उसके टैंकर से पानी की सप्लाई किए जाने का भुगतान कराए जाने की मांग की है।