नशे की गिरफ्त में पहुंचा युवक बिताता है एकांकी जीवन
ग्वालियर । युवा स्वयंसेवकों का भविष्य उनके दिनचर्या में छिपा रहता है, जिसका पालन कर वे सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। युवा स्वयं की प्रतिभा और क्षमताओं का पहचानें। देश को उस मुकाम तक वे लेकर जाएं जहां कोई और न पहुंच पाए। यह कहना था विधायक प्रवीण पाठक का। वे सोमवार को माधव महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा मादक पदार्थ के सेवन के दुष्परिणाम विषय पर आयोजितत कार्यशाला में मौजूद स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया वे नशे से दूर रहें। कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय समाज रक्षा मंत्रालय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली के सहयोग से किया गया। अपनी बात तो आगे बढ़ाते हुए विधायक पाठक ने कहा कि नशा व्यक्ति को अपना गुलाम बना देता है। इसे अपनाने वाला एकांकी जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाता है।
प्राचार्य डॉ. मनोज चतुर्वेदी ने कहा कि युवा राष्ट्र के भविष्य हैं। लेकिन देश का यह भविष्य नशे के मकड़जाल में फंसता चला जा रहा है। इससे हमारे राष्ट्र की डोर कहीं न कहीं कमजोर हो रही है। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के इस दिशा में आगे बढ़कर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। हमारा युवा खोखला हो इससे पहले हमें उसे बाहर निकालना होगा। हम आध्यात्मिक माध्यम से अपनी मानसिकता को मजबूत बना सकते हैं और अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत कर सकते है।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सजंय पाण्डेय ने बताया कि तंबाकू से अधिक हानिकारक पाउच है। इसमें मिलाई जाने वाली सामग्री दोयम दर्जे की होती है। जिससे हमारे शरीर को नुकसान पहुंचता है। जब कोई व्यक्ति अपने दोस्तों के संग बैठता है तब वह शौकीया तौर पर इसका सेवन करके धीरे- धीरे इनका आदि हो जाता है। जिसके बाद में भंयकर परिणाम सामने आते हैं। इस मौके पर डॉ. केके कल्याणकर, डॉ. शिवकुमार शर्मा, डॉ. मनोज अवस्थी, डॉ. नीलेन्द्र सिंह तोमर, डॉ. संतोष शर्मा और डॉ. कौशलेन्द्र अवस्थी आदि उपस्थित थे।