शिवपुरी। कोरोना के चलते जहां स्कूल शिक्षा विभाग ने 19 मार्च को निजी व सरकारी स्कूलों के बच्चों की 31 मार्च तक छुट्टी घोषित कर दी थी। वहीं परीक्षाएं व मूल्यांकन भी स्थगित कर दिया गया था। इस बीच शिक्षकों को नियमित स्कूल जाने के निर्देश थे, लेकिन रविवार को स्कूल शिक्षा विभाग के उपसचिव सुधीर कोचर ने इस आदेश में संशोधन करते हुए साफ कर दिया है कि समस्त शासकीय व निजी विद्यालयों तथा शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को 31 मार्च तक कार्यालयीन व शैक्षणिक कार्य अपने निवास स्थान से संपादित करने की अनुमति दी जाती है यानि निजी व सरकारी सकूलों के शिक्षकों को अब वर्क फ्रोम होम के तहत कार्य करना होगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उक्त अवधि के लिए समस्त प्रायोजनों के लिए कर्तव्य अवधि माना जाएगा।
घर पर ये कार्य करने होंगे शिक्षकों को
आदेश में शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि उक्त अवधि का उपयोग आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए लेसन प्लान तैयार करने, विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध संसाधनों से शैक्षणिक सामग्री विकसित करने, शैक्षिक अनुसंधान करने, अध्यापन के नए टूल विकसित करने व अन्य अकादमिक कार्य के लिए घर पर ही कार्य योजना तैयार करनी होगी। हालांकि आदेश में यह भी कहा गया है कि आवश्यकता पड़ने पर शिक्षकों को तत्काल कर्तव्य स्थल पर बुलाया जा सकेगा।
जिले में 8 हजार शिक्षक, 70 फीसदी करते हैं अपडाउन
शिवपुरी जिले की बात करें तो जिले में नियमित शिक्षकों व राज्य शिक्षा सेवा के तहत अध्यापक संवर्ग के शिक्षकों की संख्या 8 हजार के करीब है। इनमें से 70 फीसदी शिक्षक ऐसे हैं, जो नियमित 5 से 100 किलोमीटर दूर अपने स्कूल तक सार्वजनिक साधनों से अपडाउन करते हैं। ऐसे में कोरोना से जंग के बीच स्कूल शिक्षा विभाग का यह आदेश संक्रमण को रोकने के लिहाज से बेहद सराहनीय है। शिक्षकों के संगठनों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है।