परीक्षाएं चलने तक गुल नहीं होगी बिजली
इंदौर । बिजली कंपनी ने मेंटेनेंस के लिए की जाने वाली कटौती से कदम पीछे खींच लिए हैं। कंपनी ने मंगलवार को घोषणा कर दी कि सामान्य मेंटेनेंस के लिए मार्च में कटौती नहीं की जाएगी। स्कूलों की परीक्षाएं इसकी वजह बनी हैं। कंपनी ने इससे पहले बिजली कटौती का शेड्यूल जारी कर दिया था। अब उसे संशोधित किया जाएगा।
गर्मी के मौसम में बिजली की खपत वर्षभर में सबसे ज्यादा होती है। मई तक बिजली की मांग करीब छह सौ मेगावाट तक पहुंच जाती है। मार्च में स्कूल-कॉलेजों की परीक्षा के मद्देनजर फरवरी में बिजली कंपनी की बैठक में कंपनी के एमडी विकास नरवाल ने सभी 15 जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि 1 मार्च तक किसी भी स्थिति में मेंटेनेंस का काम पूरा कर लें। इसके बावजूद अधिकारी फरवरी में मेंटेनेंस का काम पूरा नहीं कर सके। इसके बाद बीते दिनों एक से नौ मार्च तक का बिजली कटौती का शेड्यूल जारी कर दिया गया। दक्षिण शहर संभाग के अलग-अलग हिस्सों में चार घंटे तक की कटौती हो भी रही थी। मंगलवार को कंपनी ने पूर्व घोषित शेड्यूल तब्दील करने की घोषणा कर दी। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कंपनी के अधिकारियों को आदेश दिया कि परीक्षा के दौरान किसी भी स्थिति में बिजली कटौती नहीं की जाएगी।
नहीं किया जाएगा नियमित मेंटेनेंस
बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री (शहर) अशोक शर्मा ने कहा कि अब जब तक परीक्षा चलेगी, किसी भी तरह की बिजली गुल नहीं होगी। इस दौरान नियमित मेंटेनेंस नहीं किया जाएगा। आपात स्थिति में सुधार कार्य की जरूरत भी हुई तो परीक्षा के दौरान और विद्यार्थियों के पढ़ाई के समय (सुबह-शाम) को छोड़कर सुधार कार्य होगा। ऐसा सुधार भी अधिकतम एक से डेढ़ घंटे में पूरा करना होगा। जो पूर्व घोषित कटौती का शेड्यूल है, उसे भी हम वापस लेकर संशोधित कर रहे हैं।
आईपीडीएस के चलते देरी
एक मार्च तक बिजली का मेंटेनेंस पूरा नहीं करने पर बिजली कंपनी के अधिकारी दलील दे रहे हैं कि सिर्फ गर्मी के पूर्व मेंटेनेंस नहीं बल्कि इस दौरान केंद्र सरकार की आईपीडीएस योजना का काम भी चल रहा है। इस योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली पोल बदलने, नई लाइन बिछाने से लेकर पुराने ट्रांसफॉर्मर बदलने व उपकरणों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र फंड दे रहा है। 31 मार्च तक सभी काम पूरा किया जाना है। इसलिए अब तक काम जारी था।