श्रवण बाधित रोग पर जन जागरूकता के लिए संगोष्ठी आयोजित
शिवपुरी। श्रवण बाधित रोग पर जन जागरूकता लाने के लिए मंगलवार को एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. एएल शर्मा व मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के ईएनटी विभाग अध्यक्ष डॉ.. धीरेंद्र त्रिपाठी मौजूद थे। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना है। वास्तव में जन जागरूकता है। उत्थान को हम प्रकाश कह सकते हैं। डॉ.. शर्मा ने कहा अभिव्यक्ति का साधन भाषा है जिसे सुन कर बोलकर लिखकर व्यक्त किया जाता है यदि किसी में सुनने की क्षमता है, तभी वह बोल भी सकता है, उसे समझ भी सकता है। अब पर्याप्त साधन और योजनाएं शासन द्वारा प्रारंभ कर दी गई हैं।
उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं से कहा कि आशा कार्यकर्ता जब भी गृह भेंट करें तो केवल बच्चे का वजन न लें, बल्कि उसके सिर से पांव तक परीक्षण करके यह मालूम करें कि वह किसी प्रकार की जन्मजात विकृति का शिकार तो नहीं हैं। जो बच्चे सुन नहीं पाते वह गूंगे भी होंगे। डॉ. शर्मा ने आग्रह किया की कान में पानी, तेल या बिना जानकारी के दवा नहीं डालना चाहिए, इससे श्रवण क्षमता जाने का खतरा बना रहता है। किसी भी प्रकार के कान रोग होने की स्थिति में सर्जन को दिखाना ही उत्तम उपाय है। डॉ. धीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि कान के रोगों को गंभीरता से लेना चाहिए। यदि मां अपने बच्चे को दूध ठीक पद्धति से नहीं पिलाती तो उससे भी बच्चा बहरा हो सकता है। इसी प्रकार कान साफ करने के लिए स्प्रेड का उपयोग नहीं करना चाहिए इससे कान में फफोले भी पढ़ सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर धीरेंद्र त्रिपाठी से प्रश्न करके अपनी जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। कार्यक्रम में डॉ. शीतल व्यास, आनंद माथुर, अखिलेश शर्मा, सुनील जैन, बालेंद्र रघुवंशी सहित आशा कार्यकर्ता, एएनएम मौजूद थीं।