युवाओं को समाज से जुड़ने का मौका देती है एनएसएस : प्राचार्या श्रीवास्तव

युवाओं को समाज से जुड़ने का मौका देती है एनएसएस : प्राचार्या श्रीवास्तव


भिंड। जिस स्वयंसेवक ने राष्ट्रीय सेवा योजना को मन से जिया है। वह अपनी जिंदगी के किसी भी पड़ाव पर असफल नहीं हो सकता। युवा ही देश की ऐसी धरोहर हैं, जो भारतवर्ष को उच्च शिखर तक ले जा सकते हैं। व्यक्तिव्य में परिवर्तन कर देश एवं समाज की उन्नाति की जा सकती है। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सेवा योजना ने एक नया कीर्तिमान नवाचार द्वारा हासिल किया है। यह बात मंगलवार को एमजेएस कॉलेज द्वारा मानपुरा स्थित वैदिक रूट्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के समापन पर प्राचार्य डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने कही।


उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं की एक धुरी है, जिसको अपनाना चाहिए। इससे समाज से जुड़ने का अवसर मिलता है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का महत्व समझा एवं हर मंच से इस योजना को हमेशा याद किया। क्योंकि यह स्वयंसेवक स्वयं अनुशासित हैं। कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. रविकांत ने कहा कि युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना उत्पन्ना करने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना बनाया गया। वर्तमान समय में इस योजना में विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों व स्कूलों के हजारों विद्यार्थी जुड़े हैं। एनएसएस का मोटो मुझको नहीं तुमको है जिसका अर्थ स्वयं का हरण करना है। बिना किसी इच्छा के दूसरों की सहायता करना और समाज की सेवा करना है। इसके उद्देश्यों में लोगों के साथ मिलकर कार्य करना, अपने और समुदाय के ज्ञान को आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर प्रदीप भदौरिया ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य आगे बढ़ाना, शिक्षित और अशिक्षित के बीच की दूरी मिटाना, समस्याओं का हल निकालने के लिए योग्य बनाना, समुदाय के कमजोर वर्ग की सेवा करना, राष्ट्रीय आपदाओं के समय सेवा के लिए अपने आप को तैयार करना है। कार्यक्रम में शिवम वर्मा, पूजा शर्मा, प्रोफेसर आभाष अस्थाना, प्रोफेसर आशीष गुप्ता, आशीष जेन, प्रतीक्षा चौहान आदि लोग थे।