शिवपुरी। बेहद संयम और जज्बे का परिचय देकर सुबह 7 बजे से जनता कर्फ्यू को घर में रहकर सफल बनाने वाले जिले के लोगों ने प्रधानमंत्री की हर बात का अक्षरशः पालन किया। दिनभर के बाद शाम को जैसे ही घड़ी की सुई ने 5 बजने का इशारा किया तो लोग अपने घरों की छत, बालकनी और गलियारों में निकल आए, किसी के हाथ में थाली व चम्मच थी। किसी के पास शंख तो वहीं कुछ लोग तालियां बजा रहे थे। देखते ही देखते घर-घर, बस्ती-बस्ती और शहर से लेकर जिला ध्वनि के संचार से गूंज उठा। सबसे ज्यादा उत्साह बच्चों और बुजुर्गों में तो नजर आ ही रहा था। महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। इस ध्वनि संचार के पीछे कुछ लोग इसे भारतीय वेदों के अनुसार ध्वनि के संचार के जरिए पर्यावरण को कीटाणु और विषाणु मुक्त करने की पहल बता रहे थे तो कुछ लोगों का कहना था कि इसके जरिए वे कोरोना जैसी महामारी के दौरान देशभर में लोगों की सुरक्षा और उपचार में तैनात पुलिसकर्मी, जवानों, मेडिकल स्टाफ का धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं।
पांच बजते ही शंख, तालियों की ध्वनि के संचार से गूंज उठी बस्तियां